टीआर कठरिया, २८ सावन ।। कैलाली जिल्लाके घाेडाघाेडी नगरपालिका वडा नं. ११ स्थित सिसैया गाउँमे अभे जेदे चाैनेर माहुल है । ओहका बजह है कठरिया समुदायके सबती बन्ना पबनी (बन्ना बहिनी) के रुपमे रहल पचैंयाँके माैका मेहे डारल सावन डाेला अर्थात बन्ना डाेला ।
जब तिती सिसैयामे सावनके डाेला डारल है तब जिती गाउँक माहुले बदलल है । भिन्हिंक आउ साँहिजुन डाेला डारल जगहमे लाैंडा-लाैंडिया, लाेग-मेहरवा भरिन भिंडभाड देखे मिलता । कुई नहंगा, कुई अंगिया ताै कुई बुस्कट आउ धाेती, झगियामे सजल । सबकुई अपना अपना तिया रहल गरगहना आउ पहिरनमे डाेला डाेले हुवाँ पुगल रहतियाँ ।
राेजदिन हम्मर गाउँक युवा, युवती भरिन डाेला डुल्ना जगहमे बेढम भिंडभाड रहता पहिचान युवा क्लवके सदस्य विवेक कठरिया बतैतियाँ । गाउँ केल नाइ अराेसी परासी गाउँ तिती फेक डाेला डाेले मुडे अइतियाँ हमके बेढम खुशि लगता उ कहतियाँ ।
बहुतेन लम्बा समय पाछुक पुरानी संस्कृति ओहके ढुंढढाडके सिसैयाक युवाभर गाउँमे सावन (बन्ना) डाेला डरले हैं । यहके ती एक घैंना संस्कृति संरक्षण हाेइल है, एक घैंना हम्मर एकता आउ भाईचारा बढ्ल है सपरिवार घाेडाघाेडी नगरपालिका वडा नं. १२ काेंटा गाउँ ती डाेला डाेले पुगल सिताराम कठरिया कहतियाँ ।
शिक्षक फेकुन रहल कठरिया कहतियाँ आधारभूत तहमे स्थानिय बिषय समावेश करल है उ बिषयमे कठरिया भरिन फेकुन यी आउ ऐस्ने ऐतिहासिक संस्कृतिके पाठ समावेश करे परना चाहि । यहका साथे पढाइ संघे स्थलगत चिजके अवलाेकन फेक करैना चाहि ।
अइस्निहीं सिसैया गाउँमे डाेला डारल फेकुन १ अठ्बार हुइगेल है । कठरिया सन्देश मिडियाके अनुराेध आउ सिसैया समाजके सक्रियतामे डारल डाेला डुलैया राेजदिन कैसा बढ्ती जाईत हैं । यहमे कठरिया केल नाई डंगाैरा थारु भरिन फेकुन साथ, सहयाेग है ।
डाेला डारे ती डाेले लक्का अन्य समुदाय भरिन साथ, सहयोग मिल्ती रहल कठरिया सन्देशकर्मी सिसैयाके युवा राजेन्द्र कठरिया बतैतियाँ । साथे डाेला डाेले चहैया जाैन फेकुन अपना माैलिक पहिरन लगाके साँहिजुन या भिन्हिंक बिनसंकाेच आईसिक्ना अनुराेध फेक करतियाँ ।
सावनके डाेला एक पाख लक्का डुलना आउ पचैंयाक दिना लदियामे बिधिवत् रुपमे अस्रैना चलन रहल कठरिया बुद्धिजीवीभर बतैतियाँ ।


