कैलाली, २७ असाढ (कठरिया भाषा) ।। आजकाल बर्खाके समयमे नाइरोबी फ्लाईके जेदा संक्रमण देखा परत है । यहका संक्रमण ती बेचेक तहनि थोरी एक होसयारी अपनैना जरुरी देखा परता । छालारोग विशेषज्ञ डा. प्रज्वल पुडासैनीके कहाई अनसार नाइरोबी फ्लाई कहल के बिटल्स प्रजातीके किटाणु (किरमा) है । विश्वभर बिटल्सके ३ लाख ५० हजार ती जेदा प्रजाति हैं, उहि महती यि फेक एक है । करिया आउ सन्तोला रंगके दिखैना यि किरमा ओहके ‘केन्यन ˆलाइज’ यानिकी ‘र्ड्यागन बग’ फेक कैहजिता । यसके ‘पेडेरस डर्माटाइटिस’ फेक कैहजिता ।
यि किरमा ती करैना एलर्जी हर बर्खाके समयमे दिखैना करल डाक्टरभर बतैतियाँ । डा. पुडासैनी कहतियाँ ‘यी किरमा नाई कट्ता । यदि यि किरमा ओहके घुसित यहके ति निकरना टक्सिन तमान लक्षण देखाइ लगता । लक्षण १२ घण्टा ती लैके २ दिन लक्का आईसिकता । यहका एलर्जी निक होईक १ ती २ अठ्वार लगता आउ अपने निक होके जैता । मुल जेदा खंजिबोत यि औरे तिर फेक संक्रमण कराई सिक्ता । खंजिबोत दाग र खत बैठे सिक्ता ।’
यि किरमा काटके नाई घुसके ओहके महती उत्पादन हुइना ‘पेड्रिन’ कहना टक्सिन ती लक्षण दिखैना हुइता । सामाजिक सञ्जालमे अब्बे यी किरमाके बारेम तमान पोस्ट भाइरल हुइती रहल है । साथे सिक्किम लगायत पूर्वी नेपाल आउ भारत सँग सीमा जुड्ल जिल्लामे यी देखा परल है । धनगढीके माया मेट्रो अस्पतालके अध्यक्ष धीरेन्द्र साउद ती दुई जने नाइरोबी ˆलाईको लक्षण लैके आइल बिरामी सम्पर्कमे आइल बतैनें ।‘ ऐस्नें मेलके लक्षण ओइनमे फेक पाइल मुल जटिल नाई रेहे,’ कहने ।
डाक्टर भरिन कहाई अनसार तमान बिरामीभर यसके जनै खटिरा, मंकीपक्सके लक्षण है कैहके झुक्किना करल हैं । उहिमारे फार्मेसी ती विशेषज्ञ चिकित्सकके तिर जाई परता । ‘हर बर्खाके मौसममे देखा परता । यी एलर्जी है । जेदा डराई पर्ना आवश्यकता नाई है । यसके ती कोई फेक बन्ना मेलके जोखिम भर नाई हुइता,’ डा. पुडासैनी कहनें ।
कैसन होई सक्ता लक्षण ?
– जनै खटरा जैसन फुफ्का अइना ।
– बन्ना मेलके पानी फुफ्का अइना ।
– पीप फुफ्का अइना ।
– छाला लाल हुइना ।
– धिकना ।
– लाल दाग आउ खटरा अइना ।
– लाल धर्से मेलको एलर्जी हुइना ।
डाक्टर भरिन कहाई अनसार यी दुई ठोरा छाला जुटल भाग जैसेकी किहुनी तथा ठेहुनमे अपने शरीर महती सरके फुफका निक्रे सिकता साथे कबु कबु यौनांगके आँजरपाँजर फेक आइ सिक्ता । नाइरोबी फ्लाई ती करैना लक्षण बारमे लगैना रंगके कमेकिल, घामके बिकीरण, जनै खटिरा, धिकना खट्रा लैके हुइना अवस्था फेक उस्ते होई सकना रहता । डा. पुडासैनी महतीयाँ, ‘छालारोग विशेषज्ञ भरिनती यी दिखती केल पता पाई सक्तियाँ मुल कबुकाल अउरे रोग सँग फेक अल्गाइक तहनि बायोप्सी करेपरना होइ सिक्ता ।’
कैसे सावधानी अपनैना ?
छालारोग विशेषज्ञ डा. पुडासैनी यि किरमा दिखैती केल किरमा ओहके हाथ लैके नाई छुके पत्रिका या अउरे चिज लैके किरमा ओहके हटाके छुवल जगहमे साबुन पानी लैके सफा सँग धोई पर्ना बतैतियाँ, ‘किरमा घुसे नाई परल । दिख्तीकेल फेंक दहना, बेटाडिन डारके किरमा बैठल जगहमे सफा करेे सिकजिता ।’ किरमा संक्रमण करसिकलमे नाई घबडाके आउ यदि जेदे खँजुइले ती, धिकले ती डाक्टरके सल्लाह लेहेपर्ना उ बतैनें ।
– पुरा बाँहिक लत्ता लगैना ।
– मच्छरदान लगाके सुत्ना ।
– सेत बत्ती ती किरमा ओहके आकर्षित करना होईल मारे बत्ती बुताके केल सुत्ना ।
– गन्दा होई नाई दहना ।
– धिकरले ती जुड आइस लैके सिंक्ना ।
– जेदे दुःख दहलेती लिग्घेक स्वास्थ्य संस्थामे सम्पर्क करना आदि ।
